भारत का वैश्विक मिशन: शशि थरूर और ओवैसी समेत चार सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर में आतंकवाद पर रखेंगे भारत का पक्ष
May 24, 2025
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भारत ने वैश्विक मंचों पर अपनी विदेश नीति और सुरक्षा रणनीति को मज़बूत करने के उद्देश्य से एक बड़ा कूटनीतिक कदम उठाया है। चार सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल, जिनमें सरकार
भारत ने वैश्विक मंचों पर अपनी विदेश नीति और सुरक्षा रणनीति को मज़बूत करने के उद्देश्य से एक बड़ा कूटनीतिक कदम उठाया है। चार सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल, जिनमें सरकार और विपक्ष दोनों के प्रमुख नेता शामिल हैं, विश्व के विभिन्न देशों की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। इन प्रतिनिधिमंडलों का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद, ऑपरेशन सिंदूर और भारत की रणनीतिक चिंताओं को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करना है।
शशि थरूर की अगुवाई में अमेरिकी महाद्वीप की यात्रा
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद और पूर्व विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, ब्राज़ील, गुयाना, कोलंबिया और पनामा की यात्रा पर निकला है। यह टीम वैश्विक मंचों पर भारत की चिंताओं को उठाएगी और पाकिस्तान की नापाक साजिशों की पोल खोलेगी।
इस प्रतिनिधिमंडल में कई प्रमुख नेता और पूर्व राजनयिक शामिल हैं, जैसे:
तेजस्वी सूर्या (बीजेपी)
मिलिंद देवड़ा (शिवसेना)
भुवनेश्वर कलिता (बीजेपी)
शांभवी चौधरी (लोजपा)
शशांक मणि त्रिपाठी (बीजेपी)
तरनजीत संधू (पूर्व राजनयिक)
इनका मिशन है कि अमेरिका और लैटिन अमेरिकी देशों को भारत के पक्ष से अवगत कराया जाए और वैश्विक समर्थन जुटाया जाए।
बैजयंत पांडा के नेतृत्व में खाड़ी देशों का दौरा
ओडिशा से बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा की अगुवाई में एक और प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया की यात्रा पर गया है। यह टीम इन इस्लामिक देशों के साथ संवाद को मज़बूत करते हुए आतंकवाद और सीमा पार से होने वाले खतरों पर भारत की स्थिति को स्पष्ट करेगी।
इस टीम में शामिल प्रमुख सदस्य हैं:
असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM)
निशिकांत दुबे (बीजेपी)
गुलाम नबी आज़ाद (पूर्व मंत्री)
हर्षवर्धन श्रृंगला (पूर्व विदेश सचिव)
यह पहली बार है कि इतने विविध राजनीतिक दलों के नेता एक साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष रख रहे हैं।
रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में यूरोप का दौरा
तीसरे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद। यह दल ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों की यात्रा करेगा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख चेहरे हैं:
प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना – उद्धव ठाकरे)
दग्गुबत्ती पुरंदेश्वरी (बीजेपी)
एमजे अकबर (पूर्व मंत्री)
पंकज सरन (पूर्व राजदूत)
यूरोपीय देशों से रणनीतिक साझेदारी, सुरक्षा सहयोग और वैश्विक मंचों पर समर्थन हासिल करना इस टीम का मुख्य लक्ष्य है।
सुप्रिया सुले की अगुवाई में अफ्रीका और मिडिल ईस्ट की यात्रा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में चौथा प्रतिनिधिमंडल मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर गया है। इस टीम में राजनीतिक विविधता और अनुभव का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है।
इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं:
मनीष तिवारी (कांग्रेस)
राजीव प्रताप रूडी (बीजेपी)
अनुराग ठाकुर (बीजेपी)
विक्रमजीत साहनी (AAP)
सैयद अकबरुद्दीन (पूर्व राजदूत)
इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य अफ्रीकी और मध्य पूर्वी देशों से सहयोग बढ़ाना और भारत की नीति को साझा करना है।
विदेश सचिव की ब्रीफिंग से मिली दिशा
इन सभी प्रतिनिधिमंडलों को रवाना करने से पहले विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की। इस बैठक में प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को विस्तृत जानकारी दी गई कि किन मुद्दों को प्राथमिकता देनी है और वैश्विक नेताओं को किस प्रकार से भारत की चिंताओं से अवगत कराना है।
निष्कर्ष: भारत की वैश्विक कूटनीति का नया अध्याय
इन सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों की वैश्विक यात्रा भारतीय कूटनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह केवल राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि एक साझा राष्ट्रीय मिशन है जिसमें सभी दल मिलकर भारत के हितों की रक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद, ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार से हो रही साजिशों को बेनकाब करने के लिए यह पहल वैश्विक मंच पर भारत की साख को और मज़बूत करेगी।