India did not raise a finger, Pakistan got a big shock: BLA ने ISI अधिकारी को बनाया निशाना
April 29, 2025
0
पाकिस्तान में आतंरिक हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। खासकर बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाबलों का जीना मुश्किल कर दिया है। ताजा
पाकिस्तान में आतंरिक हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। खासकर बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाबलों का जीना मुश्किल कर दिया है। ताजा घटनाक्रम में, BLA ने ग्वादर जिले में पाकिस्तान की सबसे शक्तिशाली एजेंसी ISI के एक अधिकारी की हत्या कर दी है। भारत पर उंगली उठाने की आदत बना चुके पाकिस्तान को इस बार बिना किसी भारतीय हस्तक्षेप के बड़ा दर्द झेलना पड़ा है।
BLA ने पाकिस्तान के खिलाफ बढ़ाई हमलों की रफ्तार
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी लंबे समय से पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष कर रही है। हाल ही में BLA ने दावा किया है कि उसने बलूचिस्तान के ग्वादर, केच और कलात जिलों में कई हमले किए हैं। ग्वादर के पसनी क्षेत्र में हुए एक रिमोट-नियंत्रित विस्फोट में ISI के एक वरिष्ठ अधिकारी की हत्या कर दी गई। इसके अलावा केच और कलात जिलों में भी हमले हुए, जिनमें एक पाकिस्तानी सैनिक की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
BLA ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि पाकिस्तान सरकार की चीनी समर्थित परियोजनाओं को भी निशाना बनाया गया है। ये प्रोजेक्ट्स, जिनमें चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) भी शामिल है, बलूच अलगाववादियों के मुख्य निशाने पर हैं क्योंकि बलूचों का मानना है कि उनके संसाधनों का दोहन विदेशी ताकतें कर रही हैं।
ISI अधिकारी की हत्या: पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका
पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) को देश की सबसे ताकतवर और रहस्यमयी एजेंसी माना जाता है। इस एजेंसी का नेटवर्क देश और विदेश में फैला हुआ है। ऐसे में किसी ISI अधिकारी को निशाना बनाना पाकिस्तान के सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी चुनौती और शर्मिंदगी का विषय है। ग्वादर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इस तरह का हमला यह दिखाता है कि BLA की पकड़ और साहस दोनों ही बढ़ते जा रहे हैं।
भारत का कोई प्रत्यक्ष हस्तक्षेप नहीं, फिर भी पाकिस्तान परेशान
हर बार जब भी पाकिस्तान में कोई आतंकी हमला या अस्थिरता की घटना होती है, तो वह बिना सबूत के भारत पर आरोप लगाने लगता है। लेकिन इस बार भारत ने उंगली भी नहीं उठाई और पाकिस्तान को गहरी चोट लग गई। बलूचिस्तान की समस्या पाकिस्तान की अपनी पैदाइश है, जहां दशकों से लोग अपने हक और आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
BLA जैसे संगठन इस लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं, और अब उनके हमलों का स्तर इतना बढ़ गया है कि पाकिस्तान को दुनिया के सामने सफाई देनी पड़ रही है।
चीन भी बना निशाना
बलूच लड़ाके न केवल पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं, बल्कि चीन द्वारा बलूचिस्तान में किए जा रहे निवेश और परियोजनाओं को भी हमला कर रहे हैं। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC), जिसे पाकिस्तान अपनी आर्थिक रीढ़ मानता है, बलूच विद्रोहियों के निशाने पर है। ग्वादर पोर्ट से लेकर अन्य कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर हमले पाकिस्तान और चीन दोनों के लिए चिंता का विषय बन गए हैं।
बलूच लिबरेशन आर्मी का बड़ा संदेश
BLA ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने क्षेत्र में किसी भी विदेशी ताकत को स्वीकार नहीं करेंगे और अपनी आजादी के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। उनके बढ़ते हमलों ने पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ISI अधिकारी की हत्या ने न केवल पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों को शर्मिंदा किया है, बल्कि दुनियाभर में यह संदेश भी दिया है कि बलूचिस्तान की लड़ाई अब और तेज हो गई है।
निष्कर्ष
भारत की भूमिका के बिना ही पाकिस्तान अपने आंतरिक संकटों में उलझा हुआ है। बलूचिस्तान में जारी संघर्ष और BLA के बढ़ते हमले यह दर्शाते हैं कि पाकिस्तान की नीतियों का खामियाजा उसे खुद भुगतना पड़ रहा है। ISI अधिकारी की हत्या, CPEC प्रोजेक्ट्स पर हमले और पाकिस्तानी सेना की विफलताएं इस बात का प्रमाण हैं कि पाकिस्तान के भीतर हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। आने वाले समय में अगर पाकिस्तान ने बलूचिस्तान की जनता की मांगों को समझदारी से नहीं संभाला, तो यह संकट और भी गंभीर रूप ले सकता है।