बढ़ती महंगाई, वैश्विक मंदी और भू-राजनीतिक तनावों के बीच जब दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं आर्थिक दबाव से जूझ रही हैं, तब टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली है। साल 2025 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) में विश्व की पांच दिग्गज टेक कंपनियों—Google (Alphabet), Amazon, Apple, Microsoft और Meta—ने न केवल स्थिरता बनाए रखी, बल्कि मुनाफे के नए रिकॉर्ड भी बनाए हैं। इन कंपनियों की तगड़ी कमाई के पीछे मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्लाउड कंप्यूटिंग, डिजिटल एडवरटाइजिंग और सेवाओं की मांग में इज़ाफा रहा है।
Microsoft: AI और Azure क्लाउड ने दी जबरदस्त रफ्तार
साल 2025 की पहली तिमाही में Microsoft की कुल आमदनी $70.1 अरब (लगभग ₹5.93 लाख करोड़) रही। वहीं, कंपनी का शुद्ध मुनाफा $25.8 अरब दर्ज किया गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 19% अधिक है। इस कमाई की सबसे बड़ी वजह रही Azure क्लाउड सर्विस की शानदार ग्रोथ, जिसमें 35% की बढ़त देखी गई।
साथ ही, Microsoft के AI टूल्स जैसे Copilot की मांग और OpenAI के साथ मजबूत साझेदारी ने कंपनी की टेक्नोलॉजिकल स्थिति को और मजबूत किया। इतना ही नहीं, Microsoft ने अपने निवेशकों के लिए $9.7 अरब के शेयर बायबैक और डिविडेंड का भी ऐलान किया, जिससे बाजार में कंपनी की विश्वसनीयता और बढ़ी।
Alphabet (Google): क्लाउड और YouTube बना कमाई का मुख्य स्रोत
Alphabet, जो कि Google की पैरेंट कंपनी है, ने इस तिमाही में $90.2 अरब (लगभग ₹7.63 लाख करोड़) की आमदनी दर्ज की। इसका शुद्ध मुनाफा 46% की ज़बरदस्त वृद्धि के साथ $34.5 अरब तक पहुंच गया। इस बेहतरीन प्रदर्शन के पीछे Google Cloud और YouTube Ads का बड़ा योगदान रहा।
Google Cloud से कंपनी को $12.3 अरब की आय हुई, जबकि YouTube Ads से $8.9 अरब की कमाई हुई। AI के क्षेत्र में भी Alphabet ने अपनी पकड़ मजबूत करते हुए नया AI मॉडल Gemini 2.5 Pro लॉन्च किया है, जिससे भविष्य में और बेहतर नतीजों की उम्मीद की जा रही है।
Apple: सेवाओं ने मुनाफे की नींव मजबूत की
साल 2025 की पहली तिमाही में $95.4 अरब (लगभग ₹8.06 लाख करोड़) की कुल कमाई की, जिसमें 5% की सालाना बढ़त देखी गई। इस दौरान कंपनी का शुद्ध मुनाफा $24.8 अरब तक पहुंच गया।
Apple की सेवाएं (Services) जैसे कि App Store, iCloud, Apple Music आदि ने सबसे बड़ा योगदान दिया। सिर्फ Services डिवीजन से Apple ने $26.6 अरब की आमदनी दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 12% अधिक रही। इसके अलावा कंपनी ने एक बड़ा ऐलान करते हुए $100 अरब का शेयर बायबैक प्लान पेश किया है, जो निवेशकों के विश्वास को और पुख्ता करता है।
Amazon: सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कंपनी
इस तिमाही की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कंपनी रही Amazon। कंपनी ने $155.7 अरब (लगभग ₹13.15 लाख करोड़) की कमाई की, और $17.1 अरब का मुनाफा दर्ज किया। Amazon Web Services (AWS) से $29.3 अरब और डिजिटल विज्ञापन से $13.9 अरब की आय हुई।
हालांकि, नई इंफ्रास्ट्रक्चर लागतों और निवेश के चलते कंपनी का फ्री कैश फ्लो घटकर $25.9 अरब पर आ गया, लेकिन इसके बावजूद Amazon की स्थिति काफी मजबूत रही और यह साफ हुआ कि कंपनी की विविधता ही उसकी ताकत है।
Meta (Facebook): विज्ञापन और AI से मिली बड़ी बढ़त
Meta ने साल 2025 की पहली तिमाही में $42.3 अरब (लगभग ₹3.57 लाख करोड़) की आमदनी की, जो पिछले साल से 16% अधिक है। मुनाफा 35% की बढ़त के साथ $16.6 अरब तक पहुंच गया। Meta की कमाई में सबसे बड़ा योगदान विज्ञापन से आया है।
कंपनी का AI असिस्टेंट हर महीने करीब 1 अरब यूज़र्स द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे यह साफ है कि Meta अपने प्रोडक्ट्स को AI-सक्षम बनाने में सफल हो रही है। हालांकि, यूरोप में नए डिजिटल नियमों के कारण कंपनी की पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन कंपनी इन चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रिय रणनीतियां अपना रही है।
निष्कर्ष: टेक कंपनियों की मजबूती बनी वैश्विक अर्थव्यवस्था की उम्मीद
जहां एक तरफ दुनिया की कई बड़ी कंपनियां आर्थिक दबावों से जूझ रही हैं, वहीं टेक्नोलॉजी कंपनियों का ये प्रदर्शन बताता है कि डिजिटल भविष्य की ओर बढ़ती दुनिया में इनका महत्व लगातार बढ़ रहा है। AI, क्लाउड कंप्यूटिंग और डिजिटल सेवाओं की मांग आने वाले वर्षों में और तेज़ी से बढ़ेगी। इन कंपनियों की तगड़ी कमाई और तकनीकी निवेश इस बात का संकेत है कि तकनीकी नवाचार वैश्विक अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने जा रहा है।
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