Fire causes panic in Lucknow Lokbandhu Hospital: 250 मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया, एक की मौत
April 15, 2025
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लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में एक गंभीर अग्निकांड ने हड़कंप मचा दिया। अस्पताल में लगी आग के बाद करीब 250 मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया,
लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में एक गंभीर अग्निकांड ने हड़कंप मचा दिया। अस्पताल में लगी आग के बाद करीब 250 मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया, लेकिन इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की जान चली गई। इस हादसे के बाद से शहर का स्वास्थ्य विभाग चौकस हो गया है और कई अन्य अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। आग लगने के कारणों की शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट बताया गया है, लेकिन विस्तृत जांच अभी जारी है। यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के उपाय कितने कारगर हैं।
घटनाक्रम का विवरण
यह घटना सोमवार सुबह की है जब लोकबंधु अस्पताल के एक वार्ड में अचानक आग लग गई। आग ने तेज़ी से अस्पताल के विभिन्न हिस्सों को अपनी चपेट में लिया, जिसके कारण अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए पुलिस, दमकल विभाग और अस्पताल प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया। आग की लपटों के बीच, अस्पताल से मरीजों को एक के बाद एक अन्य सुरक्षित अस्पतालों में शिफ्ट किया गया।
मरीजों का सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाना
सभी मरीजों को लखनऊ के सिविल अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू), और लोहिया अस्पताल जैसे प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों में शिफ्ट किया गया। इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि किसी भी मरीज को कोई बड़ी क्षति न पहुंचे। यह भी सुनिश्चित किया गया कि गंभीर हालत वाले मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर शिफ्ट किया जाए।
अस्पताल में मौजूद चिकित्सा स्टाफ़, नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने दिन-रात की मेहनत से संकट के दौरान अस्पताल के वातावरण को नियंत्रित किया। इसके अलावा, मरीजों और उनके परिवारों को सूचना देने के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा लगातार अपडेट्स दिए गए।
आग का कारण: शॉर्ट सर्किट?
अग्निकांड के कारणों की जांच की जा रही है। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। यह जानकारी अस्पताल प्रशासन और फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों द्वारा दी गई। हालांकि, विस्तृत जांच अभी जारी है और इसे लेकर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
शॉर्ट सर्किट के कारण अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थानों पर आग लगने की संभावना हमेशा बनी रहती है, लेकिन इस तरह के हादसे को रोकने के लिए अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा उपायों का पालन अनिवार्य है। कई मामलों में देखा गया है कि अस्पतालों में बिजली की समस्या, पुराने वायरिंग सिस्टम और सुरक्षा उपायों की कमी जैसी वजहों से आग की घटनाएं होती हैं।
एक व्यक्ति की मौत
इस अग्निकांड में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जो अस्पताल में भर्ती था। मृतक की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है, लेकिन अस्पताल प्रशासन और पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। यह घटना अस्पताल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि अस्पताल में आग लगने की स्थिति में मरीजों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन पर होती है।
दमकल विभाग और पुलिस की भूमिका
दमकल विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया। लखनऊ के विभिन्न हिस्सों से दमकल की गाड़ियाँ घटनास्थल पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रित किया। दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग इतनी भयानक नहीं थी कि अस्पताल की संरचना को गंभीर नुकसान पहुंचाता, लेकिन फिर भी यह घटना लोगों के बीच डर और चिंता का कारण बनी।
पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की और आसपास के इलाकों को सुरक्षित किया। उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों को बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा का सवाल
लोकबंधु अस्पताल में हुई इस घटना ने अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उठाया है। यह सवाल खड़ा होता है कि क्या अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए जाते हैं, खासकर अग्नि सुरक्षा उपकरणों और आपातकालीन निकासी रास्तों के मामले में।
अस्पतालों में मरीजों की संख्या बहुत अधिक होती है और किसी भी आकस्मिक स्थिति में उनका सही तरीके से इलाज करना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। एक अस्पताल में आग लगने की स्थिति में मरीजों की तत्काल सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करना और आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना आवश्यक है।
लोकबंधु अस्पताल के इस हादसे ने सरकार और प्रशासन के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि क्या अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था है और अगर नहीं, तो इसे सुधारने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट मोड
घटना के बाद लखनऊ स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। विभाग ने आदेश दिया है कि सभी अस्पतालों को अपनी अग्नि सुरक्षा व्यवस्था की जांच करनी होगी और अगर कोई कमी पाई जाती है, तो उसे तुरंत सुधारने की कार्रवाई करनी होगी। इस घटना के बाद अब अन्य अस्पतालों में भी अग्नि सुरक्षा मानकों की कड़ी निगरानी की जाएगी।
निष्कर्ष
लोकबंधु अस्पताल में लगी आग ने न केवल अस्पताल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती पैदा की है, बल्कि यह पूरे स्वास्थ्य विभाग के लिए भी एक चेतावनी है। इस घटना में एक व्यक्ति की जान गई और 250 मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। अब यह जिम्मेदारी बनती है कि अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी कोई भी दुर्घटना न हो।
यह घटना स्वास्थ्य विभाग और संबंधित अधिकारियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि वे अस्पतालों में आग लगने जैसी स्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें और अग्नि सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करें।