नकली शादी का ट्रेंड: न मंडप, न फेरे फिर भी बजती शहनाइयाँ – जानें क्या है ‘Fake Wedding’ का ये नया चलन
May 3, 2025
0
शादी भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है – रस्में, रिश्तेदार, मिठाइयाँ, गाने और वो हर खुशी जो इस दिन को खास बनाती है। लेकिन अब शादी का
शादी भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है – रस्में, रिश्तेदार, मिठाइयाँ, गाने और वो हर खुशी जो इस दिन को खास बनाती है। लेकिन अब शादी का अनुभव लेने के लिए आपको वास्तव में शादी करने की जरूरत नहीं! भारत में एक नया और अनोखा ट्रेंड सोशल मीडिया और यंग जनरेशन के बीच तेजी से वायरल हो रहा है – ‘फेक वेडिंग पार्टी’।
यह ऐसा ट्रेंड है जहाँ कोई शादी नहीं होती, लेकिन पूरा माहौल असली शादी जैसा होता है – मंडप, हल्दी, संगीत, घोड़ी, दूल्हा-दुल्हन की ड्रेस, मेहमानों की भीड़ और फोटोशूट। फर्क बस इतना है कि ये सब मस्ती और एंटरटेनमेंट के लिए होता है, न कि किसी सामाजिक या कानूनी जिम्मेदारी के तहत।
क्या है ‘फेक वेडिंग’ ट्रेंड?
‘फेक वेडिंग’ या ‘फेक शादी पार्टी’ एक ऐसी थीम पार्टी होती है जो किसी असली शादी की तरह लगती है, लेकिन इसमें कोई कानूनी शादी नहीं होती। इसमें दो दोस्त (या एक्टर) दूल्हा-दुल्हन बनते हैं, बाकियों को दोस्त, रिश्तेदार या बाराती की तरह बुलाया जाता है और फिर शुरू होती है धमाकेदार मस्ती, नाच-गाना, फोटोशूट और फुल एंटरटेनमेंट।
इसका मकसद सिर्फ शादी के फेस्टिव माहौल को जीना होता है, बिना किसी रिश्ते या जिम्मेदारी के बंधन के।
इस ट्रेंड की शुरुआत कहाँ से हुई?
यह ट्रेंड पश्चिमी देशों से शुरू हुआ, खासतौर पर अमेरिका और जापान में इसे “mock wedding” या “fake wedding party” कहा गया। वहाँ पर लोग थीम पार्टी के तौर पर इस तरह की शादियाँ करते हैं। भारत में भी खासकर मेट्रो शहरों – मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, पुणे आदि में यह ट्रेंड युवाओं के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
क्यों पसंद आ रही है युवाओं को यह ‘फेक वेडिंग’?
कमिटमेंट फ्री एंटरटेनमेंट: कई युवा आज के समय में शादी की जिम्मेदारियों और सामाजिक दबाव से बचना चाहते हैं। फेक वेडिंग उन्हें शादी का मजा लेने का मौका देती है, बिना किसी बंधन के।
इंस्टाग्राम और रील्स का क्रेज: सोशल मीडिया पर शादी वाले वीडियो और फोटोज़ बहुत तेजी से वायरल होते हैं। फेक वेडिंग एक परफेक्ट कंटेंट क्रिएशन प्लेटफॉर्म बन गई है।
थीम पार्टी और दोस्तों के साथ मस्ती: ये पार्टीज युवाओं के लिए एक नई तरह की थीम पार्टी बन चुकी हैं, जहाँ वे शादी जैसे माहौल में अपने दोस्तों के साथ बेफिक्र होकर मस्ती कर सकते हैं।
शादी का सपना, बिना खर्च और तनाव के: कई लोग शादी का अनुभव लेना चाहते हैं, लेकिन खर्च, प्लानिंग और सामाजिक तनाव से डरते हैं। फेक वेडिंग इस गैप को बखूबी भर रही है।
कैसे होती है एक ‘फेक वेडिंग’ पार्टी?
एक फेक वेडिंग पार्टी की प्लानिंग एक असली शादी जैसी ही होती है, लेकिन सब कुछ सिर्फ शो के लिए:
दूल्हा-दुल्हन (अक्सर दोस्त या hired model)
मंडप या होटल वेन्यू
हल्दी, संगीत, मेहंदी जैसे फंक्शन
फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर
DJ, कैटरिंग और डेकोरेशन
बारात और वर्चुअल फेरे भी कभी-कभी
सब कुछ होता है, लेकिन सब सिर्फ एक रात की मस्ती के लिए।
सामाजिक प्रतिक्रिया: मस्ती या मज़ाक?
जहाँ एक वर्ग इसे नई पीढ़ी की सोच और सेलिब्रेशन की आज़ादी का प्रतीक मानता है, वहीं कुछ लोग इसे भारतीय शादी की गंभीरता और भावना का मज़ाक भी मानते हैं।
कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि यह ट्रेंड शादी की पवित्रता और उसकी भावनात्मक गहराई को हल्का करता है। जबकि समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ फन एक्टिविटी है, इसमें किसी को नुकसान नहीं।
कानूनी और नैतिक पक्ष
फेक वेडिंग कोई कानूनी शादी नहीं होती, इसलिए इसमें कोई वैध विवाह का दर्जा नहीं मिलता। यह पूरी तरह अनौपचारिक और मनोरंजन आधारित होता है। हालांकि, आयोजकों को ध्यान देना होता है कि कोई धोखाधड़ी या भावनात्मक हानि न हो।
निष्कर्ष
भारत में ‘फेक वेडिंग’ का ट्रेंड यह दर्शाता है कि नई पीढ़ी अब परंपराओं को अपने ढंग से जीने लगी है। वो रस्मों का अनुभव करना चाहती है लेकिन बंधनों से बचना चाहती है। हालांकि ये ट्रेंड कुछ लोगों के लिए नया, अनोखा और मजेदार हो सकता है, पर यह भी जरूरी है कि समाज की भावनाओं और परंपराओं का सम्मान बना रहे।
शादी अगर बंधन है, तो ‘फेक वेडिंग’ उसका फन वर्जन है – एक शाम की याद, जहां न कोई सात वचन, न कोई तकरार… बस हँसी, ठहाके और फुल ऑन मस्ती।