चीन में फैक्ट्री हादसा: बेकाबू रोबोट ने कर्मचारियों पर किया हमला, मचा हड़कंप
- May 5, 2025
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इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने दुनियाभर के तकनीक प्रेमियों और आम लोगों को चौंका दिया है। यह वीडियो चीन
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने दुनियाभर के तकनीक प्रेमियों और आम लोगों को चौंका दिया है। यह वीडियो चीन
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने दुनियाभर के तकनीक प्रेमियों और आम लोगों को चौंका दिया है। यह वीडियो चीन की एक बड़ी फैक्ट्री का है, जहां एक अत्याधुनिक इंडस्ट्रियल रोबोट अचानक बेकाबू हो गया और कर्मचारियों पर हमला करने लगा। यह घटना न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि यह सवाल भी खड़े करती है कि क्या हम भविष्य में पूरी तरह से मशीनों पर भरोसा कर सकते हैं?
वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक फैक्ट्री में रोजमर्रा की तरह काम चल रहा है। मशीनें चल रही हैं, कर्मचारी अपने काम में व्यस्त हैं, लेकिन तभी एक रोबोट अचानक से असामान्य हरकत करने लगता है। देखते ही देखते वह रोबोट अपनी जगह से हटकर पास खड़े कर्मचारियों की ओर तेजी से बढ़ता है और हमला कर देता है। इसके बाद फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच जाती है। लोग जान बचाने के लिए दौड़ने लगते हैं और पूरी फैक्ट्री में दहशत का माहौल बन जाता है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना एक बेहद मामूली लेकिन घातक तकनीकी गलती की वजह से हुई है। यह रोबोट यूनिट्री रोबोटिक्स कंपनी का H1 मॉडल था, जिसे इंसानों के साथ समन्वय से काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी कीमत करीब 6.5 लाख युआन (लगभग 75 लाख रुपये) बताई गई है। यह एक ह्यूमनॉइड रोबोट है जो इंसानों की तरह चलने, उठाने और सहयोग करने में सक्षम है।
लेकिन इस बार उसकी प्रोग्रामिंग में एक कोडिंग एरर यानी इंसानी चूक हो गई, जिसने उसे खतरनाक बना दिया। कोड में हुए इस त्रुटि ने रोबोट को आक्रामक मोड में डाल दिया, जिससे उसने पास खड़े कर्मचारियों को दुश्मन के रूप में पहचान लिया और उन पर हमला कर दिया।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में फैक्ट्री के दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। फैक्ट्री प्रशासन ने बताया है कि घायलों की हालत अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं। हालांकि इस घटना के बाद कर्मचारियों में भय का माहौल बना हुआ है और कंपनी ने सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल की फिर से समीक्षा शुरू कर दी है।
यह पहली बार नहीं है जब किसी फैक्ट्री या कार्यक्रम में रोबोट का व्यवहार असामान्य रहा हो। इससे पहले भी दुनियाभर में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां रोबोटिक तकनीक के नियंत्रण से बाहर होने की खबरें आई हैं। कुछ महीनों पहले एक टेक फेस्टिवल में एक रोबोट अचानक दर्शकों की ओर दौड़ गया था। हालांकि वहां कोई घायल नहीं हुआ था, लेकिन यह घटनाएं यह बताने के लिए काफी हैं कि तकनीक का अंधाधुंध इस्तेमाल हमें किस ओर ले जा सकता है।
इस वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है। कुछ यूजर्स ने इसे भविष्य की चेतावनी बताया है। उनका मानना है कि जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स तकनीक विकसित हो रही है, वैसे-वैसे जोखिम भी बढ़ रहे हैं। कई लोगों ने यह चिंता जताई कि यदि एक कोडिंग एरर से मशीनें हिंसक हो सकती हैं, तो आने वाले समय में जब मशीनें और अधिक स्वायत्त होंगी, तब क्या होगा?
वहीं कुछ लोगों ने इसे तकनीकी लापरवाही का नतीजा बताया और सवाल उठाया कि क्या इतनी बड़ी कंपनी के पास सख्त परीक्षण प्रक्रिया नहीं थी? एक यूजर ने लिखा, “जब तक मशीनों की प्रोग्रामिंग इंसान करेंगे, तब तक त्रुटियों की संभावना रहेगी।”
घटना के बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने सभी रोबोटिक यूनिट्स की कार्यप्रणाली की जांच के आदेश दे दिए हैं। रोबोटिक इंजीनियरों की एक टीम को H1 मॉडल की प्रोग्रामिंग की पूरी जांच करने के लिए लगाया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि गलती कहां से हुई और भविष्य में ऐसी घटनाओं से कैसे बचा जाए।
इसके साथ ही कंपनी ने यह भी कहा है कि अब हर रोबोट पर अतिरिक्त सुरक्षा सेंसर लगाए जाएंगे जो असामान्य गतिविधियों को तुरंत पहचान सकें और रोबोट को ऑटोमेटिक शटडाउन कर सकें।
तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं रोबोटिक विकास की प्रक्रिया का हिस्सा हैं, लेकिन इनसे सीखना और भविष्य में सुधार करना जरूरी है। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि हमें रोबोट को पूरी तरह से इंसानी निगरानी के बिना काम करने की छूट नहीं देनी चाहिए, खासकर तब जब वे भारी-भरकम मशीनों के साथ काम कर रहे हों।
कुछ विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि सभी इंडस्ट्रियल रोबोट्स को “सेफ्टी मोड” और “इमरजेंसी शटडाउन” फीचर के साथ अनिवार्य रूप से लैस किया जाना चाहिए, जो किसी भी असामान्य व्यवहार की स्थिति में तुरंत मशीन को निष्क्रिय कर सके।
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि जिस तकनीक को हमने मानवता के विकास के लिए अपनाया है, वह अगर नियंत्रण से बाहर हो जाए तो उसका परिणाम कितना भयावह हो सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स में जितनी संभावनाएं हैं, उतने ही खतरों की भी संभावना है यदि उनका उपयोग बिना पर्याप्त सुरक्षा और निगरानी के किया जाए।
चीन की इस फैक्ट्री में हुए हादसे ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और आम लोगों को चेताया है कि तकनीक जितनी उन्नत हो रही है, उसकी जिम्मेदारी भी उतनी ही बढ़ रही है। रोबोट्स और AI को जीवन का हिस्सा बनाने से पहले हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम हर तकनीक के साथ उसकी सीमाएं और सुरक्षा उपाय भी अपनाएं।
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