Elon Musk का बड़ा दावा: अब इंसानी सर्जनों की नहीं रहेगी ज़रूरत
- April 29, 2025
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तकनीकी क्षेत्र के अग्रणी उद्यमी एलन मस्क ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है जिसने स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। मस्क
तकनीकी क्षेत्र के अग्रणी उद्यमी एलन मस्क ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है जिसने स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। मस्क
तकनीकी क्षेत्र के अग्रणी उद्यमी एलन मस्क ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है जिसने स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। मस्क का कहना है कि अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और रोबोटिक्स केवल डेटा एनालिसिस या कोडिंग जैसे कामों तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि अब ये तकनीकें मेडिकल सर्जरी जैसे अत्यंत विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों में भी प्रभावशाली ढंग से प्रवेश कर रही हैं। उनके अनुसार, आने वाले पांच वर्षों में रोबोट्स न केवल इंसानी सर्जनों की मदद करेंगे, बल्कि उन्हें पूरी तरह से पीछे भी छोड़ सकते हैं।
एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक बड़ी भविष्यवाणी करते हुए कहा कि आने वाले समय में रोबोट्स, मानव सर्जनों से अधिक कुशल और बेहतर हो जाएंगे। दरअसल, मस्क ने यह टिप्पणी मारियो नाफल नामक एक यूज़र की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए की थी। इस पोस्ट में Medtronic कंपनी के Hugo रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी (RAS) सिस्टम का ज़िक्र किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, Hugo सिस्टम ने हाल ही में प्रोस्टेट, किडनी और ब्लैडर जैसी जटिल यूरीनरी सर्जरी में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। Hugo रोबोट ने 137 जटिल सर्जरी किए, जिनमें से 98.5% ऑपरेशन सफल रहे। जबकि प्रोजेक्ट का शुरुआती लक्ष्य महज 85% सफलता दर था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि केवल दो मामलों में पारंपरिक सर्जरी का सहारा लेना पड़ा — एक बार मशीन में तकनीकी खराबी के कारण और दूसरी बार एक अत्यधिक जटिल केस के चलते।
यह आँकड़ा स्पष्ट रूप से दिखाता है कि तकनीक कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रही है और मेडिकल क्षेत्र में इसकी भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती जा रही है। Hugo जैसे रोबोट सिस्टम ने यह साबित कर दिया है कि मशीनें न केवल सर्जरी में डॉक्टरों की मदद कर सकती हैं, बल्कि भविष्य में यह उनकी जगह भी ले सकती हैं।
हालांकि वर्तमान में रोबोट्स पूरी तरह से मानव सर्जनों की जगह नहीं ले पाए हैं, लेकिन ऑपरेशन थिएटर में इनकी मौजूदगी सामान्य होती जा रही है। आजकल कई प्रमुख अस्पतालों में रोबोट-असिस्टेड सर्जरी आम बात बन गई है। ये रोबोट्स डॉक्टरों की सहायता करते हैं ताकि सर्जरी अधिक सटीक और कम जटिल हो।
मारियो नाफल ने भी अपने पोस्ट में लिखा था कि “इसका मतलब यह नहीं है कि कल से ही रोबोट सर्जन बन जाएंगे। लेकिन इतना तय है कि भविष्य में जब आप डॉक्टर से इलाज कराएंगे, तब उनके साथ एक रोबोट भी आपकी सर्जरी या इलाज में सहयोग करता दिखाई देगा।” यानी हम उस दौर में प्रवेश कर चुके हैं जहाँ तकनीक और इंसानी कौशल एक साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने का कार्य कर रहे हैं।
एलन मस्क का भरोसा केवल भविष्यवाणी तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी अपनी कंपनी Neuralink भी इस दिशा में व्यावहारिक काम कर रही है। Neuralink एक ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) कंपनी है, जो मस्तिष्क और कंप्यूटर के बीच डायरेक्ट कम्युनिकेशन स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है।
मस्क ने बताया कि उन्होंने Neuralink में रोबोट का इस्तेमाल करके बेहद जटिल ब्रेन सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। उन्होंने साझा किया कि किस प्रकार R1 रोबोट के जरिये मानवों के दिमाग में एक अत्यधिक पतली चिप इम्प्लांट की गई है। इस प्रक्रिया में मस्तिष्क में 64 बेहद पतले इलेक्ट्रोड थ्रेड्स डाले जाते हैं, जो मानव बाल से भी पतले होते हैं। इन थ्रेड्स को दिमाग में बहुत ही सटीकता और तेजी से इम्प्लांट किया जाता है, और पूरा प्रोसेस मात्र 15 मिनट में पूरा हो जाता है।
मस्क का कहना है कि इतनी बारीकी और स्पीड से सर्जरी करना इंसानी हाथों के लिए लगभग असंभव है। इन इलेक्ट्रोड्स के माध्यम से ब्रेन सिग्नल्स को रिकॉर्ड किया जाता है और फिर उन्हें वायरलेस तरीके से कंप्यूटर सिस्टम में ट्रांसमिट किया जाता है। इस तकनीक का उद्देश्य है कि लकवे से ग्रस्त मरीजों को एक नया जीवन देने में मदद मिल सके, जिससे वे अपने दिमाग के माध्यम से कंप्यूटर या मशीन को नियंत्रित कर सकें।
एलन मस्क के दावे और Hugo जैसे सिस्टम की सफलता से यह तो साफ हो गया है कि तकनीक भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं की दुनिया को पूरी तरह बदलने वाली है। हालांकि पूरी तरह से इंसानी सर्जनों की छुट्टी होने में अभी वक्त लगेगा, लेकिन इतना तय है कि रोबोट्स का रोल दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।
फिलहाल तो रोबोट्स को मानव विशेषज्ञों की देखरेख में काम करना पड़ता है, लेकिन जिस तेजी से मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रगति हो रही है, उसे देखते हुए यह कल्पना करना मुश्किल नहीं है कि भविष्य में रोबोट्स खुद से निर्णय लेने में सक्षम हो जाएंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि रोबोटिक सर्जरी में सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे सर्जरी अधिक सटीक होती है, ऑपरेशन के दौरान ब्लीडिंग कम होती है और मरीज की रिकवरी भी जल्दी हो जाती है। साथ ही सर्जनों पर शारीरिक और मानसिक दबाव भी कम होता है।
एलन मस्क द्वारा किया गया यह खुलासा तकनीकी और मेडिकल दोनों क्षेत्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे यह संकेत मिलता है कि अब हमें स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़े बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए। आने वाले समय में जब भी हम किसी जटिल सर्जरी के लिए अस्पताल जाएंगे, तो वहाँ इंसानी डॉक्टर के साथ एक कुशल रोबोट भी हमारा इलाज करते दिखाई देगा।
तकनीक और चिकित्सा के इस अद्भुत संगम ने न केवल नए अवसरों के द्वार खोले हैं, बल्कि यह भी सिद्ध कर दिया है कि विज्ञान और तकनीक मिलकर मानव जीवन को बेहतर बनाने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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