Chenab Rail Bridge: पीएम मोदी करेंगे दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का उद्घाटन, जानें 15 रोचक बातें
April 8, 2025
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भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का नया प्रतीक बनने जा रहा है चिनाब रेल ब्रिज, जो न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। जम्मू-कश्मीर
भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का नया प्रतीक बनने जा रहा है चिनाब रेल ब्रिज, जो न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित यह ब्रिज जल्द ही औपचारिक रूप से देश को समर्पित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 अप्रैल 2025 को इस ऐतिहासिक पुल का उद्घाटन करेंगे। इस दिन का इंतजार न केवल रेलवे जगत बल्कि पूरे देश को है, क्योंकि यह पुल कई मायनों में एक चमत्कार है।
क्या है चिनाब रेल ब्रिज?
चिनाब ब्रिज भारत के उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने के लिए बनाया गया है। यह पुल चिनाब नदी के ऊपर बनाया गया है और इसकी ऊंचाई 359 मीटर (1,178 फीट) है, जो एफिल टावर (324 मीटर) से भी ज्यादा है।
चिनाब ब्रिज की 15 रोचक बातें
दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज – यह पुल किसी भी अन्य रेलवे ब्रिज से अधिक ऊंचा है।
एफिल टावर से भी ऊंचा – इसकी ऊंचाई एफिल टावर से लगभग 35 मीटर अधिक है।
स्टील और कंक्रीट का चमत्कार – इसमें हाई-टेक स्टील का इस्तेमाल किया गया है, जो बेहद मजबूत और टिकाऊ है।
आईकॉनिक आर्क डिजाइन – इसका मुख्य स्ट्रक्चर आर्क (गोलाकार) शेप में है, जो इसे और खूबसूरत बनाता है।
भूकंपरोधी निर्माण – इसे सिस्मिक जोन में भी स्टेबल रखने के लिए विशेष तकनीक से बनाया गया है।
एयरक्राफ्ट ड्रोन से निगरानी – निर्माण के दौरान हाईटेक निगरानी सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।
कठिन मौसम से जूझकर तैयार – पुल को -20°C तापमान और 200 Km/h की हवाओं को सहने लायक बनाया गया है।
4G नेटवर्क कंट्रोल सिस्टम – ब्रिज पर स्मार्ट मॉनिटरिंग सिस्टम लगाए गए हैं।
देश की सुरक्षा के लिहाज से अहम – यह पुल सामरिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
13 साल में पूरा हुआ निर्माण – 2008 में शुरू हुआ काम अब 2025 में जाकर पूरा हुआ।
1390 करोड़ रुपये की लागत – यह अब तक के सबसे महंगे रेलवे प्रोजेक्ट्स में से एक है।
भारतीय इंजीनियरों की जीत – इसके निर्माण में पूरा श्रेय भारतीय इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी को जाता है।
प्राकृतिक सौंदर्य के बीच – यह ब्रिज हिमालय की खूबसूरत घाटियों के बीच स्थित है।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा – अब यहां रेल चलने से पर्यटन में बड़ा इजाफा होगा।
देश को मिलेगा गर्व का कारण – यह ब्रिज भारत को इंजीनियरिंग मैप पर ग्लोबल पहचान दिलाएगा।
निष्कर्ष
चिनाब रेल ब्रिज सिर्फ एक पुल नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की सोच, तकनीकी ताकत और अदम्य साहस का प्रतीक है। इसका उद्घाटन केवल एक समारोह नहीं, बल्कि भारतीय रेलवे के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होने वाला पल होगा।
इस ब्रिज के शुरू होने से कश्मीर के लोगों को नई संभावनाएं मिलेंगी और देश को गर्व का एक और मौका।