Aligarh: Income Tax Notices Worth Crores To People Earning Meager Salaries, जानिए पूरा मामला, जानिए पूरा मामला
April 3, 2025
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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मामूली सैलरी पाने वाले कुछ लोगों को करोड़ों रुपए का इनकम टैक्स नोटिस मिला है।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मामूली सैलरी पाने वाले कुछ लोगों को करोड़ों रुपए का इनकम टैक्स नोटिस मिला है। यह मामला पहचान की धोखाधड़ी और साइबर अपराध की ओर इशारा करता है। जिन लोगों को यह नोटिस मिला है, वे इतने अधिक टैक्स भरने के पात्र भी नहीं हैं।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अलीगढ़ में एक जूस विक्रेता और 15,000 रुपए मासिक वेतन पाने वाले कुछ लोगों को आयकर विभाग से करोड़ों रुपए का नोटिस मिला है। जिन व्यक्तियों को ये नोटिस भेजे गए हैं, उनकी मासिक आय इतनी कम है कि वे टैक्स भरने की श्रेणी में भी नहीं आते। फिर भी, उन्हें 3 करोड़ से लेकर 33 करोड़ रुपए तक के इनकम टैक्स नोटिस जारी किए गए।
किस-किस को मिला नोटिस?
पहला मामला: 15,000 रुपए मासिक वेतन पाने वाले एक व्यक्ति को 33.88 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स नोटिस मिला।
दूसरा मामला: 8,500 रुपए सैलरी पाने वाले व्यक्ति को 3.87 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा गया।
तीसरा मामला: एक और शख्स को 7.79 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स नोटिस मिला है।
इन सभी लोगों की मासिक आय को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि वे इतनी बड़ी धनराशि का लेनदेन करने में सक्षम ही नहीं हो सकते।
कैसे हुआ ये घोटाला?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कुछ बिजनेस यूनिट्स ने इन व्यक्तियों की सरकारी पहचान पत्र (आधार कार्ड और पैन कार्ड) का गलत इस्तेमाल किया है। इन दस्तावेजों के आधार पर भारी मात्रा में वित्तीय लेनदेन किया गया, जिससे इन लोगों के नाम पर करोड़ों की आय दर्शाई गई। यह साइबर अपराध और पहचान की चोरी का एक बड़ा उदाहरण है।
प्रभावित लोग क्या कह रहे हैं?
पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने कभी भी इतने बड़े वित्तीय लेनदेन नहीं किए हैं और न ही वे इतने पैसे कमा रहे हैं। उन्होंने इस मामले में प्रशासन और आयकर विभाग से जांच की मांग की है।
इनकम टैक्स विभाग की प्रतिक्रिया
आयकर विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का मानना है कि यह पहचान की चोरी (Identity Theft) का मामला हो सकता है, जहां किसी तीसरे पक्ष ने इन लोगों की व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग किया है।
इससे बचाव के उपाय
पैन और आधार की सुरक्षा: किसी को भी बिना आवश्यकता के अपने पैन और आधार कार्ड की कॉपी न दें।
वित्तीय गतिविधियों पर नजर: अपने बैंक स्टेटमेंट और आयकर पोर्टल पर अपनी वित्तीय गतिविधियों की समय-समय पर जांच करें।
संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें: अगर कोई अज्ञात वित्तीय लेनदेन दिखे, तो तुरंत आयकर विभाग और बैंक को सूचित करें।
निष्कर्ष
अलीगढ़ में हुए इस मामले ने साइबर अपराध और पहचान की चोरी के खतरों को उजागर किया है। जिन लोगों को करोड़ों का इनकम टैक्स नोटिस मिला है, वे बेहद साधारण जीवन व्यतीत कर रहे हैं और इतनी बड़ी राशि के लेनदेन में शामिल होने की संभावना नहीं है। यह घटना सरकार और आम नागरिकों दोनों के लिए एक चेतावनी है कि व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। अब देखना होगा कि जांच में क्या खुलासे होते हैं और दोषियों पर क्या कार्रवाई की जाती है।