20 लाख करोड़ क्लब में फिर शामिल हुई रिलायंस: मुकेश अंबानी की नेतृत्व क्षमता का बड़ा सबूत
June 27, 2025
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भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक बार फिर अपनी ताकत और वर्चस्व का प्रमाण देते हुए शेयर बाजार में नया कीर्तिमान स्थापित
भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक बार फिर अपनी ताकत और वर्चस्व का प्रमाण देते हुए शेयर बाजार में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 26 जून 2025 को कंपनी का मार्केट कैप 20.23 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया, जिससे यह साफ हो गया कि मुकेश अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस सिर्फ एक कॉरपोरेट ब्रांड नहीं, बल्कि आर्थिक ताकत का पर्याय बन चुका है।
शेयरों में आई जबरदस्त तेजी
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर रिलायंस का शेयर गुरुवार को 1.90% की तेजी के साथ ₹1,495.20 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह शेयर 2.14% की उछाल के साथ ₹1,498.70 तक पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर भी शेयर इसी स्तर पर मजबूत बना रहा। इस तेजी के चलते कंपनी की कुल बाजार पूंजी एक दिन में 37,837 करोड़ रुपये बढ़ गई।
सेंसेक्स को भी दी मजबूती
यह उपलब्धि ऐसे समय में आई जब भारतीय शेयर बाजार में भी जोरदार उछाल देखने को मिला। BSE का सेंसेक्स 1000 अंकों की बढ़त के साथ 83,755 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 304 अंक चढ़कर 25,549 पर पहुंच गया। इस पूरे उछाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज का योगदान सबसे प्रमुख रहा।
इतिहास में कई बार रचा कीर्तिमान
रिलायंस ने इससे पहले भी कई बार मार्केट कैप के बड़े पड़ाव पार किए हैं।
अगस्त 2005 में 1 लाख करोड़
अप्रैल 2007 में 2 लाख करोड़
अक्टूबर 2007 में 4 लाख करोड़
जुलाई 2017 में 5 लाख करोड़
नवंबर 2019 में 10 लाख करोड़
सितंबर 2021 में 15 लाख करोड़
और 13 फरवरी 2024 को पहली बार 20 लाख करोड़ का आंकड़ा पार किया था।
अब, जून 2025 में रिलायंस ने फिर से इस ऐतिहासिक आंकड़े को छू लिया है, जो उसके विकास की रफ्तार और रणनीति की सटीकता को दर्शाता है।
टेलीकॉम: जियो ने भारतीय डेटा क्रांति की शुरुआत की।
रिटेल: देश के हर कोने में फैला रिलायंस रिटेल का नेटवर्क।
एनर्जी: पारंपरिक से लेकर नई ऊर्जा तक में निवेश।
डिजिटल सर्विसेज: आने वाले सालों में रिलायंस डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का दायरा और भी बढ़ेगा।
मुकेश अंबानी की रणनीति का कमाल
रिलायंस इंडस्ट्रीज की इस ऊंचाई तक पहुंचने के पीछे चेयरमैन मुकेश अंबानी की दूरदर्शिता और व्यावसायिक सोच है। उन्होंने समय के साथ बदलाव को अपनाया, नई तकनीकों में निवेश किया और कंपनी को केवल पेट्रोलियम फोकस्ड बिजनेस से निकालकर एक मल्टीसेक्टोरल जाइंट बना दिया।
ग्रीन एनर्जी, 5G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और वैश्विक साझेदारियों में रिलायंस का सक्रिय निवेश आने वाले समय में कंपनी को और ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।
आगे क्या?
अब जब रिलायंस दोबारा 20 लाख करोड़ क्लब में शामिल हो गई है, बाजार में अटकलें हैं कि कंपनी जल्दी ही 25 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप को भी पार कर सकती है। अगर टेलीकॉम और रिटेल की ग्रोथ जारी रही, और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में ठोस प्रगति हुई, तो यह लक्ष्य दूर नहीं।
Frequently Asked Questions
1. रिलायंस का मार्केट कैप फिर से 20 लाख करोड़ कैसे पहुंचा?
रिलायंस के शेयरों में 2% से ज्यादा की तेजी और बाजार की सकारात्मक स्थिति ने कंपनी को इस मुकाम तक पहुंचाया।
2. रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुख्य बिजनेस कौन-कौन से हैं?
रिलायंस टेलीकॉम (जियो), रिटेल, एनर्जी, पेट्रोकेमिकल्स और डिजिटल सर्विसेज में काम करती है।
3. क्या रिलायंस फिर से भारत की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है?
जी हां, मार्केट कैप के हिसाब से रिलायंस अब भी भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी है।
4. क्या रिलायंस 25 लाख करोड़ का आंकड़ा भी पार कर सकती है?
विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी की मौजूदा ग्रोथ और विस्तार योजनाएं इस दिशा में इशारा करती हैं।
5. मुकेश अंबानी की कौन-सी रणनीतियां रिलायंस की सफलता के पीछे हैं?
नई तकनीकों में निवेश, सेक्टर डाइवर्सिफिकेशन, जियो और ग्रीन एनर्जी पर फोकस मुकेश अंबानी की प्रमुख रणनीतियां हैं।