शेयर मार्केट में भारी गिरावट: सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के, निवेशकों के डूबे 4.68 लाख करोड़ रुपये
- May 27, 2025
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मंगलवार का दिन शेयर बाजार के निवेशकों के लिए किसी झटके से कम नहीं रहा। हफ्ते की शुरुआत जहां सोमवार को बढ़त के साथ हुई थी, वहीं मंगलवार
मंगलवार का दिन शेयर बाजार के निवेशकों के लिए किसी झटके से कम नहीं रहा। हफ्ते की शुरुआत जहां सोमवार को बढ़त के साथ हुई थी, वहीं मंगलवार
मंगलवार का दिन शेयर बाजार के निवेशकों के लिए किसी झटके से कम नहीं रहा। हफ्ते की शुरुआत जहां सोमवार को बढ़त के साथ हुई थी, वहीं मंगलवार को बाजार ‘लाल रंग’ में डूबा नजर आया। बाजार खुलते ही सेंसेक्स और निफ्टी में तेज गिरावट दर्ज की गई और इसका सीधा असर निवेशकों की संपत्ति पर पड़ा। देखते ही देखते करोड़ों निवेशकों के पोर्टफोलियो की वैल्यू घट गई और महज एक घंटे में करीब 3.82 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
मंगलवार को शेयर बाजार की शुरुआत ही कमजोरी के साथ हुई। बीएसई सेंसेक्स 82,038.20 अंकों पर खुला लेकिन कुछ ही देर में 81,303.88 तक गिर गया। इसी तरह, निफ्टी 24,956.65 अंकों पर खुला और जल्द ही 24,765.75 तक लुढ़क गया। सोमवार को जहां बाजार में तेजी देखी गई थी और सेंसेक्स 82,176.45 अंकों पर बंद हुआ था, वहीं मंगलवार की गिरावट ने उस बढ़त को पूरी तरह मिटा दिया।
निफ्टी भी सोमवार को 25,001.15 अंकों पर बंद हुआ था, लेकिन मंगलवार को यह 235 अंकों तक गिर गया, जिससे निवेशकों की चिंता और बढ़ गई।
बाजार की गिरावट ने दिग्गज कंपनियों को भी नहीं छोड़ा। सेंसेक्स की लगभग सभी कंपनियां रेड जोन में रहीं।
सबसे ज्यादा गिरावट अल्ट्राटेक सीमेंट में देखी गई, जिसका शेयर 2.26% तक टूट गया।
इसके अलावा जिन कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, वे हैं:
इन कंपनियों में गिरावट ने बाजार की संपूर्ण दिशा को लाल कर दिया।
शेयर बाजार में गिरावट का सीधा असर निवेशकों के पोर्टफोलियो पर पड़ा। बीएसई का टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन, जो सोमवार को 4,46,24,476.96 करोड़ रुपये था, मंगलवार सुबह एक घंटे के अंदर ही घटकर 4,42,42,074.82 करोड़ रुपये पर आ गया।
इसका मतलब है कि सिर्फ एक घंटे में निवेशकों के करीब 3.82 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए।
दिन भर की गिरावट को देखें तो सोमवार की तुलना में निवेशकों को कुल 4.68 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
इस गिरावट के बाद निवेशक दोराहे पर खड़े हैं – क्या यह गिरावट स्थायी है या एक अस्थायी करेक्शन? जानकारों का मानना है कि बाजार की अस्थिरता कुछ और दिनों तक बनी रह सकती है क्योंकि ग्लोबल मार्केट्स से कोई स्थिर संकेत नहीं मिल रहे हैं।
साथ ही, चुनावों के बाद आने वाली नीतियों और अंतरराष्ट्रीय फैसलों का भी असर बाजार पर देखने को मिलेगा। इसीलिए निवेशकों को फिलहाल सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।
मंगलवार को शेयर बाजार में आई भयंकर गिरावट ने निवेशकों के होश उड़ा दिए। सेंसेक्स और निफ्टी की शुरुआत ही कमजोरी के साथ हुई और पूरे दिन बाजार लाल निशान में बना रहा। इस गिरावट में बड़े-बड़े दिग्गज शेयर भी नहीं बच पाए और निवेशकों के हजारों करोड़ रुपये डूब गए। बाजार में ऐसी गिरावटें कभी-कभी मुनाफावसूली और अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के चलते होती हैं, लेकिन निवेशकों को संयम बरतते हुए अपने निवेश को दीर्घकालिक नजरिए से देखना चाहिए।