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पशुपालन से युवाओं को मिलेगा नया रोजगार: बिहार सरकार का राष्ट्रीय पशुधन मिशन

  • May 20, 2025
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बिहार सरकार ने राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए पशुपालन को एक सशक्त माध्यम के रूप में चुना

पशुपालन से युवाओं को मिलेगा नया रोजगार: बिहार सरकार का राष्ट्रीय पशुधन मिशन

बिहार सरकार ने राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए पशुपालन को एक सशक्त माध्यम के रूप में चुना है। राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission – NLM) के तहत सरकार ने एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम (NLM-EDP) शुरू किया है, जिसका उद्देश्य युवाओं और किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण, पूंजीगत सब्सिडी और तकनीकी सहायता के जरिए पशुपालन से जुड़ी उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मिशन का उद्देश्य

राष्ट्रीय पशुधन मिशन का मुख्य उद्देश्य है पशुपालन के क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देना, रोजगार के अवसर सृजित करना और पशुधन उत्पादकता में सुधार करना। इसके लिए बिहार सरकार ने बहुआयामी रणनीति अपनाई है, जिसमें पशुपालकों की क्षमता निर्माण, तकनीकी प्रशिक्षण, और नवीनतम तकनीकों का प्रसार प्रमुख है।

youth through animal husbandry

किन क्षेत्रों में हो रहा है फोकस?

  1. छोटे जुगाली करने वाले पशु पालन – जैसे बकरी और भेड़ पालन।
  2. कुक्कुट पालन (पोल्ट्री फार्मिंग) – मुर्गी पालन से अंडा और मांस उत्पादन।
  3. सूअर पालन – ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा व्यवसाय।
  4. चारा उत्पादन और प्रसंस्करण – पशुओं के लिए पोषक चारा उपलब्ध कराना।
  5. नस्ल सुधार और पशु बीमा – उन्नत नस्लों को बढ़ावा देना और जोखिम कम करना।

सब्सिडी और वित्तीय सहायता

इस योजना के तहत पात्र उद्यमियों को अधिकतम 50% पूंजीगत सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना का लाभ निम्नलिखित समूहों को मिल सकता है:

  • व्यक्तिगत उद्यमी
  • स्वयं सहायता समूह (SHG)
  • किसान उत्पादक संगठन (FPO)
  • किसान सहकारी संस्थाएं (FCO)
  • संयुक्त दायित्व समूह (JLG)
  • धारा 8 के अंतर्गत पंजीकृत कंपनियां

यह सब्सिडी पशुपालन व्यवसाय की शुरुआत में लगने वाली पूंजी लागत को कम करने में मदद करती है, जिससे युवाओं को कम निवेश में अपना स्टार्टअप शुरू करने का अवसर मिलता है।

प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग

बिहार सरकार ने स्किल-बेस्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें पशुपालकों को आधुनिक तकनीक, पशु चिकित्सा, नस्ल सुधार, आहार प्रबंधन और रोग नियंत्रण के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही अधिकारियों और ज़मीनी स्तर पर कार्यरत लोगों की क्षमता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

इन प्रशिक्षणों के जरिए पशुपालकों को यह सिखाया जा रहा है कि कैसे वे अपने व्यवसाय को कम लागत में अधिक लाभदायक बना सकते हैं

youth through animal husbandry

पशुधन उत्पादकता में सुधार के प्रयास

राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुधन क्षेत्र में कई पहल की जा रही हैं:

  • उन्नत नस्लों के माध्यम से प्रति पशु उत्पादकता में वृद्धि
  • मांस, अंडा, दूध और ऊन उत्पादन को बढ़ाना
  • चारा बीज की बेहतर सप्लाई चेन विकसित करना
  • चारा प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा देना
  • पशुधन बीमा से पशुपालकों को जोखिम से सुरक्षा देना

इन पहलों से पशुपालकों की आमदनी में इजाफा होने के साथ-साथ राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

युवाओं के लिए नया अवसर

बिहार में बड़ी संख्या में युवा रोजगार की तलाश में हैं। पशुपालन एक ऐसा क्षेत्र है जो कम लागत, स्थानीय संसाधनों और सरकारी सहायता के बल पर एक स्थायी और लाभकारी व्यवसाय बन सकता है। सरकार का यह मिशन न केवल बेरोजगारी को कम करेगा, बल्कि युवाओं को ग्राम आधारित उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ाएगा।

निष्कर्ष

बिहार सरकार द्वारा चलाया जा रहा राष्ट्रीय पशुधन मिशन राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास, आत्मनिर्भरता और रोजगार सृजन के लिए एक बड़ा कदम है। यह मिशन पशुपालन को पारंपरिक खेती से एक कदम आगे ले जाकर इसे एक व्यवस्थित और लाभकारी व्यवसाय में बदलने की दिशा में कार्य कर रहा है।

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