हाई ब्लड प्रेशर के शुरुआती लक्षण और बचाव के तरीके: जानिए कैसे पहचानें बढ़ते बीपी के संकेत
May 17, 2025
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बदलती जीवनशैली, तनावपूर्ण दिनचर्या और असंतुलित खानपान के चलते हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) एक आम स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है। पहले जहां यह समस्या 50 वर्ष
बदलती जीवनशैली, तनावपूर्ण दिनचर्या और असंतुलित खानपान के चलते हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) एक आम स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है। पहले जहां यह समस्या 50 वर्ष से ऊपर की उम्र में देखने को मिलती थी, अब 20-30 वर्ष के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। कई बार लोग इस बीमारी को नज़रअंदाज़ कर देते हैं क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण सामान्य लग सकते हैं। लेकिन समय पर पहचान और सही इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
इस लेख में हम जानेंगे हाई बीपी के शुरुआती लक्षण, इसके कारण, खतरे और इससे बचाव के उपाय।
ब्लड प्रेशर क्या है?
ब्लड प्रेशर वह दबाव होता है जो हमारे हृदय द्वारा खून को धमनियों में पंप करते समय उत्पन्न होता है। इसे मिमी एचजी (mmHg) में मापा जाता है। सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg माना जाता है। यदि यह 130/80 mmHg या उससे अधिक हो जाए, तो इसे हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर के शुरुआती लक्षण
हाई बीपी के कई लक्षण होते हैं जो धीरे-धीरे उभरते हैं। नीचे कुछ सामान्य लक्षण दिए गए हैं:
सिरदर्द और सिर में भारीपन – बीपी बढ़ने पर मस्तिष्क में खून का दबाव बढ़ जाता है जिससे सिर दर्द की शिकायत होती है।
सांस फूलना – थोड़ी मेहनत पर भी सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
एकाग्रता में कमी – ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई महसूस होती है।
गुस्सा और चिड़चिड़ापन – छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना या मूड जल्दी बदल जाना।
नाक से खून आना – यह गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है।
थकान और कमजोरी – शरीर थका हुआ महसूस करता है, बिना किसी अधिक काम के भी थकावट रहती है।
छाती या जबड़े में दर्द – ब्लड प्रेशर अधिक होने पर यह हृदय से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हाई ब्लड प्रेशर के कारण
तनाव और मानसिक दबाव
अनियमित खानपान और जंक फूड का अधिक सेवन
शारीरिक गतिविधि की कमी
धूम्रपान और शराब का सेवन
नींद की कमी
मोटापा और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना
जेनेटिक कारण या परिवार में बीपी का इतिहास
अन्य बीमारियाँ जैसे डायबिटीज, किडनी रोग आदि
हाई बीपी के खतरे
अगर हाई बीपी को समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है:
हार्ट अटैक और स्ट्रोक
किडनी फेल्योर
आंखों की रोशनी कमजोर होना
मेमोरी लॉस या डिमेंशिया
धमनियों में क्षति (artery damage)
क्या करें अगर ब्लड प्रेशर हाई हो?
ब्लड प्रेशर की नियमित जांच कराएं – यदि लक्षण दिखें तो तुरंत बीपी चेक कराएं।
डॉक्टर से परामर्श लें – अपने बीपी के स्तर के अनुसार सही इलाज करवाएं।
तनाव से बचें – योग, मेडिटेशन या संगीत के माध्यम से रिलैक्स रहें।
डाइट में बदलाव करें – नमक, तला-भुना, ज्यादा फैट वाला भोजन कम करें।
नियमित व्यायाम करें – रोजाना 30 मिनट पैदल चलना या हल्का व्यायाम लाभदायक है।
धूम्रपान और शराब छोड़ें – ये ब्लड प्रेशर को बढ़ाने वाले मुख्य कारक हैं।
नींद पूरी लें – प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद जरूरी है।
हाई ब्लड प्रेशर से बचाव कैसे करें?
संतुलित और हेल्दी डाइट अपनाएं – फलों, सब्जियों, होल ग्रेन्स और लो-फैट डेयरी का सेवन करें।
वजन कंट्रोल रखें – वजन बढ़ने से बीपी का खतरा भी बढ़ता है।
नियमित एक्सरसाइज करें – योग, साइक्लिंग, स्विमिंग आदि करें।
नियमित मेडिकल चेकअप कराएं – खासकर यदि आपके परिवार में किसी को बीपी की समस्या है।
निष्कर्ष
हाई ब्लड प्रेशर एक “साइलेंट किलर” है क्योंकि इसके लक्षण शुरुआत में सामान्य लगते हैं और लोग उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन समय पर इसके संकेतों को पहचानकर उचित इलाज शुरू किया जाए तो इस समस्या को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित खानपान और नियमित व्यायाम के जरिए हाई बीपी से खुद को और अपने परिवार को बचाया जा सकता है।