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Android 16 में आया ऐसा फीचर कि चोर कहेगा – “भाई ये क्या कर दिया…” | चोरी हुआ फोन अब बनेगा कबाड़!

  • May 15, 2025
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स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन जितना जरूरी यह डिवाइस बन चुका है, उतना ही बड़ा खतरा फोन चोरी का भी बना हुआ है।

Android 16 में आया ऐसा फीचर कि चोर कहेगा – “भाई ये क्या कर दिया…” | चोरी हुआ फोन अब बनेगा कबाड़!

स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन जितना जरूरी यह डिवाइस बन चुका है, उतना ही बड़ा खतरा फोन चोरी का भी बना हुआ है। चोरों के लिए फोन चोरी करके उसे फिर से बेचना या इस्तेमाल करना अब तक आसान था, लेकिन अब Google ने Android 16 में एक ऐसा धमाकेदार फीचर पेश किया है जिससे चोरों की सारी चालें नाकाम हो जाएंगी।

Android 16 के साथ अब आपका फोन और भी ज्यादा सिक्योर हो जाएगा और अगर कोई उसे चुराता है तो वह उसे इस्तेमाल करने के काबिल भी नहीं रहेगा। चलिए जानते हैं आखिर Google ने ऐसा क्या कर दिया है जिससे चोरों को अब पछताना पड़ेगा।

क्या है Android 16 का नया सिक्योरिटी फीचर?

Google ने हाल ही में The Android Show: I/O Edition 2025 में Android 16 से जुड़ी कई नई खासियतों का खुलासा किया। इन सभी में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना मॉडर्न थेफ्ट प्रोटेक्शन और फैक्ट्री रीसेट प्रोटेक्शन (FRP) का अपग्रेडेड वर्जन।

अब तक जो फोन चोरी हो जाते थे, उन्हें चोर किसी भी तरह Setup Wizard को स्किप कर के फोन को रीसेट करके बेच देते थे। यानी चोरी का फोन फिर से नया हो जाता था और किसी और के हाथों में चला जाता था।

लेकिन Android 16 में Google ने चोरों के इस स्कीम का तोड़ निकाल लिया है। नए सिस्टम में अगर कोई Setup Wizard बायपास करने की कोशिश करेगा, तो फोन खुद को दोबारा फैक्टरी रीसेट कर देगा, और फिर से पुराने मालिक का Google अकाउंट या पासकोड मांगेगा।

Android 16

चोरी के बाद फोन का क्या होता है?

फोन चोरी होने के बाद सबसे पहला काम चोर ये करता है कि वो फोन को Find My Device से हटाकर उसे पूरी तरह से रीसेट करता है।

अब तक वो यह कर पाते थे क्योंकि उन्होंने सिस्टम में छिपे रास्तों के जरिए Setup Wizard को स्किप करना सीख लिया था। इससे फोन रीसेट होकर नया बन जाता और आसानी से बेचा जा सकता था।

लेकिन अब Android 16 में इस बायपासिंग ट्रिक का तोड़ मिल चुका है।

Android 16 कैसे चोरों का खेल बिगाड़ेगा?

Google ने Android 16 में Factory Reset Protection (FRP) को पहले से ज्यादा सख्त बना दिया है। अब अगर कोई व्यक्ति गलत तरीके से फोन को एक्टिव करने की कोशिश करता है, तो:

  1. सिस्टम उसे दोबारा रीसेट कर देगा।
  2. रीसेट के बाद फोन फिर से पुराने यूजर का Google अकाउंट या स्क्रीन लॉक पासकोड मांगेगा।
  3. बिना सही अकाउंट और पासकोड के फोन सेटअप नहीं होगा
  4. बिना सेटअप के फोन न तो काम करेगा, न ही बेचा जा सकेगा।

इसका सीधा मतलब है कि फोन चुराने के बाद वह कबाड़ बन जाएगा, क्योंकि कोई भी ग्राहक ऐसा डिवाइस नहीं खरीदेगा जो चालू ही न हो पाए।

क्या ये फीचर सभी Android यूज़र्स को मिलेगा?

जी हां, यह फीचर Android 16 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ सभी यूज़र्स को मिलेगा, लेकिन इसके लिए आपका डिवाइस Android 16 अपडेट के लिए योग्य होना चाहिए।
हालांकि शुरुआत में यह Google Pixel जैसे डिवाइसेस पर पहले रोल आउट हो सकता है, लेकिन बाद में यह बाकी कंपनियों जैसे Samsung, OnePlus, Xiaomi आदि के फोन्स में भी आ जाएगा।

यूज़र्स को कैसे फायदा होगा?

  1. फोन चोरी होने पर मन की शांति: अब यूज़र को यह डर नहीं रहेगा कि उनका फोन कोई और यूज़ कर सकता है या बेच सकता है।
  2. चोरी की घटनाओं में गिरावट: जैसे ही चोरों को पता चलेगा कि फोन बेचना नामुमकिन हो गया है, वैसे ही चोरी के मामलों में भी गिरावट देखने को मिलेगी।
  3. फोन का डेटा रहेगा सुरक्षित: नया FRP सिस्टम यह भी सुनिश्चित करेगा कि चोर डिवाइस को खोलकर उसमें मौजूद डेटा को एक्सेस न कर पाए।

Google का मकसद क्या है?

Google का यह नया कदम एक बड़े विज़न का हिस्सा है – “Mobile Theft से जीरो टॉलरेंस”। कंपनी चाहती है कि Android एक ऐसा प्लेटफॉर्म बने जहां फोन चोरी करना बेकार साबित हो।

इस अपडेट के बाद चोरों को समझ आ जाएगा कि एंड्रॉयड फोन चुराने का कोई फायदा नहीं, क्योंकि वो काम ही नहीं करेगा। इसका असर लॉन्ग टर्म में पूरे स्मार्टफोन यूज़र बेस पर होगा और सुरक्षा का स्तर और ऊंचा जाएगा।

आने वाले फीचर्स में और क्या हो सकता है?

Android 16 के साथ Google कुछ और सुरक्षा फीचर्स भी शामिल कर सकता है जैसे:

  • फिजिकल मोशन डिटेक्शन: जिससे सिस्टम समझ सके कि फोन अचानक हाथ से छीना गया है या गिरा है।
  • ऑटो लॉक या साइलेंट मोड: जैसे ही फोन चोरी होता है, वो खुद को लॉक कर ले और किसी को नोटिफिकेशन या कॉल रिसीव न करने दे।
  • Live Tracking Without SIM: फोन में सिम न होने पर भी वो Wi-Fi या अन्य माध्यम से ट्रैक किया जा सके।

निष्कर्ष:

Google का Android 16 में पेश किया गया नया FRP और Theft Protection फीचर वाकई गेम-चेंजर साबित हो सकता है। यह न सिर्फ यूज़र्स की सुरक्षा को बढ़ाएगा, बल्कि मोबाइल चोरों के इरादों पर पानी फेर देगा।

अब जब चोर फोन चुराएगा, तो न केवल उसे काम में नहीं ला पाएगा, बल्कि वो खुद कहेगा – “भाई ये क्या कर दिया…”
Android 16 के साथ चोरी हुआ फोन अब कबाड़ बन जाएगा – और यूज़र्स को मिलेगी मानसिक शांति।

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