Terror wreaks havoc in Pahalgam: पर्यटकों पर आतंकी हमला, 28 की मौत, 20 घायल
- April 23, 2025
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जम्मू-कश्मीर एक बार फिर आतंक की चपेट में आ गया है। इस बार आतंकियों ने कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम को निशाना बनाया है। मंगलवार को हुए
जम्मू-कश्मीर एक बार फिर आतंक की चपेट में आ गया है। इस बार आतंकियों ने कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम को निशाना बनाया है। मंगलवार को हुए
जम्मू-कश्मीर एक बार फिर आतंक की चपेट में आ गया है। इस बार आतंकियों ने कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम को निशाना बनाया है। मंगलवार को हुए इस आतंकी हमले में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में अधिकतर पर्यटक हैं, जो गर्मी से राहत पाने के लिए घाटी का रुख कर रहे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। सुरक्षाबल, स्थानीय प्रशासन और मेडिकल टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं।
मंगलवार की दोपहर करीब 3:00 बजे, जब पर्यटकों से भरी बस पहलगाम से लौट रही थी, तभी घात लगाए आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग का निशाना बस के पुरुष यात्रियों को बनाया गया, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हमला सुनियोजित और निशाने के साथ किया गया था।
हमलावरों की संख्या 3 से 4 बताई जा रही है। ये आतंकी पहाड़ों के पीछे से आए और बस पर फायरिंग कर तुरंत जंगल की ओर भाग निकले। गोलीबारी के दौरान बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई, जिससे कई लोग घायल हो गए।
अब तक सामने आई जानकारी के अनुसार, गुजरात से तीन पर्यटक, दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से भी कई मृतकों की पुष्टि हुई है। इसके अलावा स्थानीय निवासी सैयद आदिल हुसैन शाह, जो पहलगाम के रहने वाले थे, इस हमले में मारे गए हैं। उन्होंने बस में बतौर ड्राइवर या गाइड काम किया था।
घायलों को श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना की खबर मिलते ही CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस और आर्मी की टीमें मौके पर पहुंचीं। इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद से आतंकियों की तलाश की जा रही है। अभी तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन शुरुआती जांच में लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद जैसे गुटों की संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है।
पहलगाम, जो कश्मीर का शांत और खूबसूरत इलाका माना जाता है, अब भय के साए में है। घाटी में मौजूद अन्य पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, और कई पर्यटकों ने अपना ट्रिप रद्द कर दिया है। होटल व्यवसायियों और स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि इस घटना से पर्यटन पर गहरा असर पड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि “निर्दोष पर्यटकों पर हमला मानवता के खिलाफ है। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।” गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी और स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है और शांति बहाल करने के लिए अतिरिक्त फोर्स भेजने के निर्देश दिए हैं।
कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि “कश्मीर की पहचान को बदनाम करने वाले इन आतंकी हमलों से कश्मीरी जनता भी आहत है।”
यह आतंकी हमला ऐसे समय हुआ है जब अमरनाथ यात्रा की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, यह हमला यात्रा को बाधित करने की साजिश हो सकता है। फिलहाल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं।
पहलगाम में हुआ यह हमला सिर्फ एक आतंकवादी घटना नहीं है, बल्कि यह देश की शांति, पर्यटन और विश्वास पर हमला है। निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाकर आतंकी एक बार फिर कश्मीर में भय का माहौल बनाना चाहते हैं, लेकिन देश एकजुट है और इसका करारा जवाब देने को तैयार है।
अब सवाल यह है कि क्या हम सिर्फ घटना के बाद प्रतिक्रिया देंगे या इससे पहले की रणनीति बनाकर आम नागरिकों की सुरक्षा पक्की करेंगे? समय आ गया है कि सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता किया जाए ताकि कोई भी व्यक्ति जो कश्मीर की खूबसूरती देखने आए, वह सुरक्षित घर लौट सके।