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Karnataka Ex-DGP Murder Case: पत्नी ने की पूर्व पुलिस प्रमुख की निर्मम हत्या – मिर्च पाउडर से हमला, फिर चाकुओं से किए कई वार

  • April 22, 2025
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कर्नाटक पुलिस के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। कानून व्यवस्था की रक्षा करने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी को

Karnataka Ex-DGP Murder Case: पत्नी ने की पूर्व पुलिस प्रमुख की निर्मम हत्या – मिर्च पाउडर से हमला, फिर चाकुओं से किए कई वार

कर्नाटक पुलिस के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। कानून व्यवस्था की रक्षा करने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी को जिस बर्बरता से मौत के घाट उतारा गया, वह न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि घरेलू हिंसा और रिश्तों की कड़वाहट को भी उजागर करता है। आरोपी कोई और नहीं, बल्कि उनकी पत्नी पल्लवी प्रकाश है, जिसने पहले मिर्च पाउडर से हमला किया और फिर 8 से 10 बार चाकू से वार कर अपने पति की हत्या कर दी।

झगड़े से हत्या तक: क्या हुआ उस दोपहर?

रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे पल्लवी और ओम प्रकाश के बीच किसी बात को लेकर जोरदार झगड़ा हुआ। कहा जा रहा है कि यह झगड़ा निजी और पारिवारिक मुद्दों को लेकर था। बहस इतनी बढ़ गई कि पल्लवी ने गुस्से में आकर ओम प्रकाश के चेहरे पर लाल मिर्च पाउडर फेंक दिया, जिससे वे कुछ देर के लिए बेसुध हो गए।

Karnataka Ex DGP Murder Case

इसका फायदा उठाते हुए पल्लवी ने उन्हें कपड़े से बांधा और फिर तेजधार चाकू से 8-10 बार वार कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

वीडियो कॉल पर बोली – “मैंने राक्षस को मार डाला”

इस जघन्य हत्याकांड के बाद सबसे चौंकाने वाला पहलू यह था कि पल्लवी ने अपने एक पड़ोसी को वीडियो कॉल किया, जो एक अन्य पुलिस अधिकारी की पत्नी है, और उसे हत्या की जानकारी देते हुए कहा:

मैंने राक्षस को मार डाला। अब मैं आजाद हूं।

यह वाक्य एक तरफ पल्लवी की मानसिक स्थिति को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर यह हत्या किसी क्षणिक गुस्से का परिणाम नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश लगती है।

पुलिस जांच: हत्या की प्लानिंग पहले से थी?

पुलिस सूत्रों का कहना है कि पल्लवी ने इस हत्या की पूर्व-योजना बनाई थी। मिर्च पाउडर और चाकू पहले से तैयार रखे गए थे। ऐसे में यह मानना मुश्किल नहीं कि यह अपराध अचानक नहीं, बल्कि सुनियोजित था।

हत्या के बाद पड़ोसी को वीडियो कॉल कर खुद को “राक्षस से मुक्त” बताना इस बात की पुष्टि करता है कि वह इस हत्या को अपनी रिहाई के रूप में देख रही थी।

मानसिक तनाव या बदले की भावना?

पल्लवी के बयान और व्यवहार से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह काफी लंबे समय से मानसिक और भावनात्मक तनाव से गुजर रही थी। सूत्र बताते हैं कि ओम प्रकाश और पल्लवी के रिश्ते में अक्सर तनाव रहता था और दोनों के बीच झगड़े आम बात हो गए थे।

हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि पल्लवी मनोवैज्ञानिक इलाज ले रही थी, और इसी दौरान उसका व्यवहार असामान्य होता जा रहा था। लेकिन क्या यही उसकी क्रूरता की वजह बना?

कौन थे ओम प्रकाश?

ओम प्रकाश कर्नाटक के पूर्व डीजीपी (Director General of Police) रह चुके हैं। वे एक कड़क और सख्त अफसर के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों की निगरानी की थी और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में उनकी भूमिका अहम रही।

उनकी हत्या से न केवल पुलिस विभाग में बल्कि पूरे कर्नाटक में सन्नाटा छा गया है।

आरोपी पत्नी के खिलाफ दर्ज हुआ केस

हत्या के बाद पुलिस ने पल्लवी को मौके से गिरफ्तार कर लिया और धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल वह पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस अपराध में कोई और व्यक्ति शामिल था या फिर पल्लवी ने अकेले ही सारा प्लान बनाया और क्रियान्वित किया।

पड़ोसियों की प्रतिक्रिया

पड़ोसियों ने मीडिया को बताया कि पल्लवी और ओम प्रकाश के बीच कई बार लड़ाई की आवाजें आती थीं, लेकिन कभी किसी को अंदाजा नहीं था कि यह अंत इतना भयानक होगा। पड़ोसियों ने पल्लवी को एक शांत लेकिन दबाव में रहने वाली महिला बताया।

सोशल मीडिया पर छाया मामला

जैसे ही यह खबर मीडिया में आई, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा और दुख दोनों फूट पड़ा। कुछ लोगों ने पल्लवी के मानसिक हालात को लेकर सहानुभूति दिखाई, वहीं कई यूज़र्स ने इस जघन्य कृत्य को निर्मम और अस्वीकार्य बताया।

समाज और कानून के लिए संदेश

इस केस ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या घरेलू हिंसा सिर्फ पुरुषों द्वारा की जाती है? या फिर महिलाएं भी, जब हालात अत्यधिक खराब हों, इस हद तक जा सकती हैं?

साथ ही, यह भी ज़रूरी है कि दंपत्ति के बीच के मतभेदों को समय रहते सुलझाया जाए, और मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज न किया जाए।

निष्कर्ष

ओम प्रकाश की हत्या ने समाज और सिस्टम दोनों को झकझोर दिया है। एक उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारी को उसकी पत्नी द्वारा इस तरह से मारा जाना, रिश्तों में घुलते ज़हर की भयावह तस्वीर पेश करता है।

यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि अगर रिश्ता तनाव में हो, तो सुलह की कोशिश की जाए या समय रहते दूरी बना ली जाए – क्योंकि जब भावनाएं उबलती हैं, तब इंसान इंसान नहीं रह जाता।

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