Be careful! Fake ₹500 notes are circulating in the market – गृह मंत्रालय का अलर्ट और पहचान के तरीके
April 22, 2025
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देशभर में नकली नोटों का नेटवर्क एक बार फिर सक्रिय हो गया है। हाल ही में गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs – MHA) ने एक बेहद महत्वपूर्ण
देशभर में नकली नोटों का नेटवर्क एक बार फिर सक्रिय हो गया है। हाल ही में गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs – MHA) ने एक बेहद महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया है, जिसमें बाजार में चल रहे ₹500 के नकली नोटों को लेकर चेतावनी दी गई है। मंत्रालय ने यह अलर्ट DRI (Directorate of Revenue Intelligence), FIU (Financial Intelligence Unit), CBI, NIA, SEBI जैसे बड़े वित्तीय और सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा किया है। चिंता की बात यह है कि ये नकली नोट गुणवत्ता और छपाई के मामले में असली नोटों जैसे ही दिखते हैं, जिससे आम जनता के लिए उन्हें पहचानना बेहद मुश्किल हो गया है।
नकली नोटों का नया जाल
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक हाल के महीनों में नकली नोटों की जब्त की गई खेप में सबसे ज्यादा ₹500 के नोट पाए गए हैं। इन नोटों की छपाई इतनी सटीक है कि बैंक और दुकानदार भी कई बार धोखा खा जाते हैं। नकली नोटों का इस्तेमाल अधिकतर बाजारों, पेट्रोल पंपों, और छोटे दुकानों में किया जा रहा है, जहां तुरंत जांच संभव नहीं होती।
क्यों खास है ₹500 का नोट?
₹500 का नोट आमतौर पर सबसे ज्यादा प्रचलन में रहता है। न ज्यादा बड़ा, न छोटा—इसकी वैल्यू और उपयोगिता के चलते नकली नोट गिरोह इसी मूल्यवर्ग को निशाना बनाते हैं। इसके जरिए आसानी से बाजार में नकली मुद्रा को खपाया जा सकता है।
नकली और असली ₹500 नोट में फर्क कैसे करें?
गृह मंत्रालय और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने जनता के लिए कुछ सुरक्षा फीचर्स की सूची जारी की है, जिससे वे असली और नकली ₹500 के नोट में फर्क कर सकते हैं। नीचे दिए गए पॉइंट्स की मदद से आप खुद जांच कर सकते हैं:
1. महात्मा गांधी की तस्वीर:
असली नोट में गांधी जी की तस्वीर साफ और उभरी हुई होती है।
नकली नोट में यह अक्सर धुंधली या हल्की होती है।
2. वाटरमार्क:
₹500 के असली नोट में गांधी जी की छवि और ‘500’ का वाटरमार्क स्पष्ट दिखता है जब उसे रोशनी की तरफ किया जाए।
3. सिक्योरिटी थ्रेड:
असली नोट में एक हरे रंग की थ्रेड होती है जो रंग बदलती है और उस पर “भारत” और “RBI” लिखा होता है।
नकली नोट में यह थ्रेड अक्सर स्थिर या मात्र प्रिंटेड होती है।
4. रंग बदलने वाली स्याही:
₹500 के असली नोट पर नीचे दाईं ओर लिखा ‘500’ रंग बदलता है (हरा से नीला) जब नोट को झुकाया जाता है।
5. माइक्रो लेटरिंग:
असली नोट में “RBI” और “500” माइक्रो लेटर्स में लिखे होते हैं, जो सिर्फ मैग्नीफाइंग ग्लास से दिखते हैं।
6. उभरी हुई प्रिंटिंग:
गांधी जी का चित्र, अशोक स्तंभ और पहचान चिन्ह उभरे हुए होते हैं जिन्हें छूकर महसूस किया जा सकता है।
नकली नोट मिलने पर क्या करें?
अगर आपको नकली नोट मिलता है, तो घबराएं नहीं। सरकार और आरबीआई ने इसके लिए प्रक्रिया तय की है:
नोट को फौरन नजदीकी पुलिस स्टेशन या बैंक में जमा करें।
संबंधित अधिकारियों को लिखित में जानकारी दें।
कोशिश करें कि नोट को ज्यादा लोगों के हाथ से न गुजरने दें।
ध्यान रहे, नकली नोट को जानबूझकर चलाना अपराध है।
कैसे सक्रिय हैं नकली नोट गिरोह?
अधिकारियों के मुताबिक नकली नोटों का नेटवर्क सीमावर्ती क्षेत्रों, खासकर भारत-बांग्लादेश और भारत-नेपाल सीमा के जरिए भारत में प्रवेश कर रहा है। ये गिरोह हाई-टेक प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं और नोटों को आम ट्रांजैक्शन में खपाने की कोशिश कर रहे हैं।
DRI और NIA जैसी एजेंसियों की नजर इन गिरोहों पर है, और कई बार छापेमारी में भारी मात्रा में नकली नोट बरामद भी हुए हैं।
डिजिटल पेमेंट है समाधान?
नकली नोटों की समस्या से बचने के लिए डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। UPI, नेटबैंकिंग, कार्ड पेमेंट जैसे विकल्प नकली नोटों के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। सरकार भी ‘कैशलेस इंडिया’ अभियान के तहत डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है।
आम जनता की भूमिका
नकली नोटों के प्रसार को रोकने में आम जनता की भूमिका सबसे अहम है। हर व्यक्ति को यह जानना जरूरी है कि:
नकली नोट कैसे दिखते हैं
उन्हें पहचानने के आसान तरीके क्या हैं
और यदि कोई संदिग्ध नोट मिले तो क्या करें
बाजार में लेन-देन के समय थोड़ा सतर्क रहकर आप खुद को और दूसरों को एक बड़े नुकसान से बचा सकते हैं।
निष्कर्ष: सतर्क रहें, जागरूक बनें
₹500 के नकली नोटों की मौजूदगी देश की अर्थव्यवस्था और आम लोगों की जेब दोनों के लिए खतरा है। गृह मंत्रालय का अलर्ट समय रहते जारी किया गया है, लेकिन इसे सफल तभी बनाया जा सकता है जब हर नागरिक अपनी भूमिका निभाए। नकली नोट पहचानने के तरीकों को जानें, दूसरों को भी बताएं, और संदिग्ध नोट मिलने पर संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित करें।